नहीं तो और मुसीबत हो जाता। मुझे लगता था छठी, सातवीं कक्षा में पढ़ा कविता "निर्जन द्वीप नहीं तो और मुसीबत हो जाता। मुझे लगता था छठी, सातवीं कक्षा में पढ़ा कविता "निर्जन...
उसे सहसा याद आया कि अपने इलाके की निर्भया को वह बचाने नहीं गया था। उसे सहसा याद आया कि अपने इलाके की निर्भया को वह बचाने नहीं गया था।
कुएं पर लगे पम्प से कलकल बहते बेशुमार पानी की याद भर से ही ! कुएं पर लगे पम्प से कलकल बहते बेशुमार पानी की याद भर से ही !
वो बूढ़ा वट वृक्ष सूनी आँखों से उन्हें आकाश में दूर जाते देखता रहा, अब वो कहाँ जाये, उसे तो कटना ही ह... वो बूढ़ा वट वृक्ष सूनी आँखों से उन्हें आकाश में दूर जाते देखता रहा, अब वो कहाँ जा...
आज तक ना जान पाई क्या मेरी पहचान है? आज तक ना जान पाई क्या मेरी पहचान है?
फ़िर ये तुम जो परवाह करते हो, ये प्यार ही तो है, तुम शायद अभी तक अनजान हो। फ़िर ये तुम जो परवाह करते हो, ये प्यार ही तो है, तुम शायद अभी तक अनजान हो।